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सूरत के बाद इंदौर में कांग्रेस के साथ “खेला”, प्रत्याशी ने लिया नामांकन वापस

 29 Apr 2024

लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नाम वापस ले लिया है। सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अचानक क्लॉस्ट्रेट ऑफिस पहुंच कर अपना नाम वापस ले लिया , और फिर बीजेपी का दामन थाम लिया। बीते दिनों ऐसा ही एक मामला सूरत में भी देखने को मिला था। सूरत से कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापस लेने बाद बीजेपी उम्मीदवार यहां से निर्विरोध जीत गये थे। अक्षय के इस फैसले के बाद अब इंदौर से कांग्रेस का कोई प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ सकता, क्योंकि इंदौर से नामांकन करने की आखिरी डेट निकल चुकी हैं।


बीजेपी नेता रहे मौजूद

अक्षय के नामांकन वापस लेते समय उनके साथ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला भी मौजूद रहे । कैलाश विजयवर्गीय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा के नेतृत्व में बीजेपी में स्वागत है। अक्षय का नामांकन वापस लेने के बाद बीजेपी बाकी बचे हुए उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने का दबाव बना रही हैं ताकि बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध जिताया जा सका।

कांग्रेस छोड़ने का कारण

अक्षय की ओर से पार्टी में अपमानित करने का मुद्दा उठाया गया है। वे जिस दिन नामांकन दाखिल करने गए थे, उस दिन भी उनके साथ कोई भी कांग्रेस का बड़ा नेता मौजूद नहीं था। वहीं उन्हें प्रचार में भी किसी बड़े नेता का साथ नहीं मिला रहा था। इसके चलते उन्होंने एक जगह यह तक कह दिया था कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है। इन्हीं नाराज़गियों के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने का बड़ा फैसला लिया।



जीतू पटवारी ने क्या कहा

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि अक्षय कांति बम पर तीन दिन पहले एक पुराने मामले में 307 की धारा लगाई गई। जिसके बाद उन्हें डराया और धमकाया गया। उन्हें अलग-अलग प्रकार तरीके से परेशान किया जा रहा था। इस डर का बीजेपी ने फायदा उठाया और उनका नामांकन फार्म वापस करवा दिया। ग्वालियर में रविवार को पटवारी ने कहा था कि इंदौरवासियों आप के लिए ये मैसेज है कि आपको वोट के अधिकार का इस्तेमाल करना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि आपको अगर लोकतंत्र में विश्वास है तो इस तानाशाही के खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा।


सूरत में क्या हुआ था

पिछले दिनों गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से बीजेपी के मुकेश दलाल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया था। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन  रिटर्निंग ऑफिसर ने रद्द कर दिया था। उनके प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में गड़बड़ियों का हवाला देकर नामांकन रद्द किया गया था। कांग्रेस के उम्मीदवारों का नामांकन रद्द होने के बाद बाकी बचे 8 उम्मीदवारों ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। ऐसे में बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध सांसद चुन लिए गए थे। चुनाव आयोग ने उन्हें जीत का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया है।